Badshah - Jugnu | Nikhita Gandhi | Akanksha Sharma - Badshah, Nikhita Gandhi Lyrics
Singer | Badshah, Nikhita Gandhi |
Singer | Badshah |
Music | Hiten |
Song Writer | Badshah |
हो जो ना पास तू, तो आती ढंग से सांसे नहीं,
चिड़चिड़ा सा रहता हूं मैं, लगता है कुछ भी खास नहीं
जबसे मरने लगे हैं तुझपे, बचने की कोई आस नहीं मेरे
जिंदगी मैं आई जबसे वाइब ही बदल गई
घुमता था मैं आवारा, लाइफ सी संभल गई
दुनिया मेरी डार्क सी में लाइट सी एक जल गई, हाँ
तेरी बातें मैं दिल खो सा गया
मेरी रातों मैं दिन हो सा गया
प्यार कहते जिसको, फाइनली वो हो सा गया
फाइनली, फाइनली, फाइनली
रहा न पहले सा शाय अब, समझ मैं कुछ ना आए अब
बोलो ना क्या किया जाए अब
आँखों से निन्दें है गायब
खुश मैं इतना क्यों हूं?
तुझको तवज्जो मैं क्यों दूं?
जाने क्या हुआ मुझे,
तेरे प्यार मैं चमकू जैसे जुगनू
बादल भी दिखते मुझे दिल के शेप मैं
हैप्पीनेस सी रहने लगी मेरी जेब मैं
हारने मैं है मजा ये वो गेम है
हालत जो है तेरी मेरी भी सेम है
तेरी बातें मैं दिल खो सा गया
तेरी रातों मैं दिन हो सा गया
प्यार कहते हैं, फाइनली वो हो सा गया
फाइनली, फाइनली, फाइनली
रही न पहले सी शाय अब, समझ में कुछ ना आए अब
बोलो ना क्या किया जाए अब
आँखों से निन्दें है गायब
खुश हूं इतना क्यों हूं?
तुझको तवज्जो मैं क्यों दूं?
जाने क्या हुआ मुझे,
तेरे प्यार मैं चमकू जैसे जुगनू
तुझको अब दूर मुझसे, (कुछ ना तुझसे पहले था)
कर ना कोई पायेगा (कुछ ना तेरे बाद में)
सोचना क्या जानेजाना (ये हाथ तेरे हाथ में)
जो होगा देखा जाएगा (ये दुनिया जाए भाड़ में)
मुझे अब दूर मुझसे, कर ना कोई पायेगा
सोचना क्या जानेजाना, जो होगा देखा जाएगा
रहा न पहले सा शाय अब, समझ मैं कुछ ना आया अब
बोलो ना क्या किया जाए अब
आँखों से निन्दें है गायब
खुश मैं इतना क्यू हू?
तुझको तवज्जो मैं क्यों दूं?
जाने क्या हुआ मुझे,
तेरे प्यार मैं चमकू जैसे जुगनू
1 Comments
Yo
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